पृथ्वी को बचाने के लिए पर्यावरण संतुलन जरूरी - परासर

मोहाली (चंडीगढ़)
हर साल पृथ्वी दिवस मनाने के लिए खास थीम चुनी जाती है। इस साल पृथ्वी दिवस की थीम है- 'आवर पावर आवर अर्थ ' इस थीम को मनाने का मकसद लोगो, संगठनों और देशों की सरकार को क्षय होने वाले ऊर्जा स्त्रोतों को दोबारा स्तेमाल किए जाने वाले स्त्रोतों में बदलना और एक टिकाऊ भविष्य की नींव रखने के लिए प्रेरित करना है। इस थीम के माध्यम से यह लक्ष्य निर्धारित करना है कि 2030 तक दुनिया भर में उत्पादित अक्षय ऊर्जा की मात्रा को तीन गुना करना है जिससे भूतपीय, जलविद्युत, ज्वारीय,पवन और सौर ऊर्जा जैसे स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों पर विशेष जोर दिया जाएगा।
पहली बार दुनिया ने 22 अप्रैल 1970 में पृथ्वी दिवस मनाया था।


 पृथ्वी दिवस को मनाने की शुरुआत का श्रेय अमेरिकी राजनेता और पर्यावरण एक्टिविस्ट सिनेटर जेलॉर्ड नेल्सन को जाता है। 1990 में पृथ्वी दिवस पर 141राष्ट्रों  के 20 करोड़ लोगों ने इस दिन को मनाया था और साल 1992 में ब्राजील में होने वाली यूनाइटेड नेशन्स की एनवायरमेंट डेवलपमेंट और डेवलपमेंट कॉन्सप्रेंस की नींव रखी थी। इसके बाद हर साल ही करोड़ों लोग पृथ्वी दिवस को मनाते है।

  पृथ्वी दिवस पर अनिल कुमार परासर निवर्तमान ज्वाइंट रजिस्ट्रार लॉ राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने  कहा कि पृथ्वी दिवस मनाने का मकसद पर्यावरण संरक्षण के महत्व को बढ़ावा देना,प्रदूषण कम करना और ऊर्जा समेत संसाधनों की खपत को रोकना है, ऐसे में व्यक्ति अपने स्तर पर भी इस दिन को मनाने में योगदान दे सकता है। आगे उन्होंने कहा कि प्लास्टिक के इस्तेमाल को कम करना होगा। रिसाइकिल करने पर जोर दे। बिजली के आवश्यकता न हो तो लाइट और पंखे बंद कर दे। ज्वाइंट रजिस्ट्रार ने कहा कि पृथ्वी दिवस मनाने का मकसद पर्यावरण संरक्षण की तरफ सभी का ध्यान खींचना और कोशिश करना है कि सभी पृथ्वी को खुशहाल बनाए रखने में योगदान दे, यह हर पीढ़ी की जिम्मेदारी बनती है कि वह आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वास्थ्य और खुशहाल पृथ्वी बनाए रखे।

 मानवाधिकार सी डब्लू ए के चेयरमैन योगेंद्र कुमार सिंह (योगी) ने कहा कि प्लास्टिक वेस्ट को रिसाइकिल करे,कोशिश करे कि जो चीजें पर्यावरण के लिए सुरक्षित है उनका ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जाए। पेड़ पौधे लगाए और पर्यावरण को हरा बनाए रखें प्रदूषण को कम करे नदी नाले में गंदगी फेंकने के बजाए कूड़ेदान में ही फेंके। जिन चीजों की जरूरत न हो उन्हें ना खरीदे। पानी बचाने की कोशिश करे, जब जरूरत ना हो तो पानी को ना बहाए। पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा पेड़ो को लगाए पृथ्वी दिवस मनाने का मकसद भी यही है जिससे पृथ्वी को खुशहाल बनाया जा सके।