NHRC ने डीएम दुर्ग एवं एसपी से तलब की रिपोर्ट



भिलाई (छत्तीसगढ़) 

कंपनियों में लापरवाही के चलते आए दिन मजदूरों की मौत हो रही है। कंपनियों में सुरक्षा उपकरणों  की अनदेखी मजदूरों की मौत का एक बहुत बड़ा कारण है। इतनी मौतों के बावजूद जिम्मेदार विभाग के अधिकारी भ्रष्टाचार की चादर ओढ़कर कुंभकर्णी निद्रा में सोए हुए है। गरीब मजदूरों की जान का कोई मोल नहीं है। कंपनियों में मानव अधिकारों का घोर उलंघन हो रहा है। छत्तीसगढ़ में बड़े पैमाने पर कोयला की खदाने एवं फैक्ट्रिया संचालित हो रही है। बहुत सारी खदानों एवं फैक्ट्रियों में मानकों की धज्जियां उड़ाई जा रही है जिससे मजदूरों की दुर्घटना में मौतें हो रही है। 

छत्तीसगढ़ के भिलाई स्थित हथखोज इंडस्ट्रियल एरिया में फैक्ट्री में मजदूर की दर्दनाक मौत हो गई और जमकर बवाल भी हुआ परिजनों के ऊपर पुलिस ने लाठी भी बरसाई। रविन्द्र वर्मा हाथखोज के भिलाई आयस स्टील प्रोसेसिंग कंपनी में मजदूर था। जिसके ऊपर लोहे की भारी चीज गिरने से मौत हो गई थी।


मामला संज्ञान में आने के बाद मानवाधिकार सी डब्लू ए के चेयरमैन योगेंद्र कुमार सिंह (योगी) ने प्रकरण की शिकायत NHRC में भेजकर मृतक के परिवार को उचित मुवावजा एवं दोषियों के ऊपर कठोरतम कार्यवाही करने का अनुरोध किया था।

आयोग ने मामले पर सुनवाई करते हुए डीएम एवं एसपी  दुर्ग को चार सप्ताह के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का  निर्देश दिया है।

आयोग ने सख्त निर्देश देते हुए कहा है कि यदि निर्धारित समय के भीतर रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुआ तो मानव अधिकार संरक्षण अधिनियम 1993 की धारा 13 के तहत बलपूर्वक प्रक्रिया लागू करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा, जिसमें रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए संबंधित प्राधिकारी को  व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के लिए कहा जाएगा।

केस नंबर- 394/33/5/2024