चंदौली (यूपी)
बीएसए कार्यालय के भ्रष्टाचार का भूत एक बार फिर से ताबूत के बाहर आगया। मानवाधिकार सी डब्लू ए की शिकायत पर राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने डीएम को नोटिस जारी कर आठ सप्ताह के भीतर उचित कार्यवाही करते हुए आयोग को अवगत कराने का सख्त निर्देश दिया है। जिला बेसिक कार्यालय में वित्तीय सत्र 2023-24 में अधिकारियों ने शिक्षा की गुणवत्त सुधारने के लिए स्कूलों का निरीक्षण करने के लिए सरकार पीपीपी मॉडल पर वाहन उपलब्ध कराई थी। लेकिन शिक्षा के मंदिर में भ्रष्ट अधिकारियों ने सरकार के इस योजना को अपने आय का श्रोत बना लिया। हुआ यह कि सभी खंड शिक्षा अधिकारियों ने गाड़ियों का कागजों पर संचालन किया। हर महीने फर्जी बिल लगाकर सरकार का 1 करोड़ 42 लाख रुपया टेंडर कर्ता एवं पटल सहायक से मिलकर भुगतान करा लिया। शिक्षा विभाग के इन भ्रष्ट अधिकारियों की सच्चाई का पता लगाने पर मामला संज्ञान में आया कि गाड़ी सोनभद्र में चल रही है और उसका भुगतान चंदौली और सोनभद्र दिनों जगह से हो रहा है।
बकायदे खंड शिक्षा अधिकारी व जिला समन्वयक गाड़ियों से चलने की बात भी सत्यापित करते है। मामला उजागिर होने पर वर्तमान जिलाधिकारी निखिल टी फंडे ने पूरे मामले में तीन सदस्यीय टीम का गठन करते हुए इसकी जांच तेज तर्रार आईएस अधिकारी ज्वाइंट मजिस्ट्रेट हर्षिका सिंह को दिया । ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने एक- एक वाहन स्वामियों को नोटिस भेजते हुए तलब करते हुए गाड़ी विभाग में न लगाने का हलफ नामा लिया। जांच के बाद कमेटी इस निर्णय पर पहुंची कि यहां व्यापक रूप से घोटाला हुआ है। लेकिन विडंबना यह है कि कार्यवाही के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ
मामला प्रकाश में आने के बाद मानवाधिकार सी डब्लू ए के चेयरमैन योगेंद्र कुमार सिंह (योगी) ने प्रकरण की शिकायत दिनांक 21.06.2024 को राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग में भेजकर दोषी अधिकारियों के ऊपर कठोरतम कार्यवाही करने एवं गबन किए गए सरकारी धन का ब्याज सहित वसूली किए जाने का अनुरोध किया था।
आयोग ने मामले का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी को रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था। बावजूद आयोग को कोई रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की गई। जो बहुत बड़ी लापरवाही है। आयोग ने पुनः मामले पर दिनांक 09/10/2025 को सुनवाई करते हुए जिलाधिकारी को नोटिस जारी करते हुए आठ सप्ताह के भीतर उचित कार्यवाही करने का निर्देश दिया है। साथ ही कार्यवाही रिपोर्ट आयोग के समक्ष प्रस्तु करने को भी कहा है।