चंदौली (यूपी)
10 दिसंबर विश्व मानवाधिकार दिवस जनपद के नवही स्थित बाबू तूफानी सिंह महाविद्यालय में मानवाधिकार सी डब्लू ए के केंद्रीय परवेक्षक व जिला अध्यक्ष का अतिरिक्त प्रभार देख रहे प्रशांत सिंह के कुशल नेतृत्व में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कर्नल विनय कुमार व्याला रहे। उन्हें ने कार्यक्रम में आए हुए मानवाधिकार कार्यकर्ताओं एवं गणमान्य लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जब तक लोग अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक नहीं होंगे तक तक लोगो के अधिकारों का हनन होता रहेगा। उन्होंने कहा कि अपने अधिकारों को पाने के लिए जागरूकता बहुत जरूरी है। जागरूकता की कमी के कारण मानव हनन उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ रही है। आगे मुख्य अतिथि ने कहा कि मानव अधिकार मनुष्य के मूलभूत सार्वभौमिक अधिकार है जिनसे मनुष्य को नस्ल, जाति,राष्ट्रीयता, धर्म, लिंग आदि किसी भी दूसरे कारक के आधार पर वंचित नहीं किया जा सकता। सभी व्यक्तियों को गरिमा और अधिकारों के मामले में जन्म जात स्वतंत्रता और समानता प्राप्त है।
प्रशांत सिंग ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि संगठन पूरे देश में पीड़ित मानव की सेवा निस्वार्थ भाव से कर रहा है। अब तक मानवाधिकार सी डब्लू ए पीड़ितो को करोड़ों रुपए का मुआवजा दिल चुका है और हजारों लोगों को न्याय दिला चुका है। संगठन लोगो की निस्वार्थ भाव से सेवा कर रहा है और भविष्य में करता रहेगा।
मंडल अध्यक्ष दिलीप कुमार सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि लोगों को न्याय दिलाने के लिए कार्यकर्ताओं को आगे आना होगा और संगठन का हर स्तर पर विस्तार करना होगा।
महा विद्यालय के प्रबंधक अजय कुमार सिंह ने कहा कि मानव अधिकार मानव में विशेष अस्तित्व के कारण उनसे संबंधित है। इस लिए ये जन्म से ही प्राप्त है और हम सभी लोगों का कर्तव्य है कि लोगो को मानव अधिकार के बारे में जागरूक करे। जिससे लोग मानव अधिकार के बारे में जाने और समझे।
अंत में काशी प्रांत अध्यक्ष अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि 10 दिसंबर 1948 को सार्वभौमिक मानवाधिकार घोषणा पत्र को आधिकारिक मान्यता दी गई।