कोरबा (छत्तीसगढ़) कंपनियों की लापरवाही का खामियाजा कंपनी में कार्य कर रहे गरीबों को जान गवा कर चुकानी पड़ रही है। कंपनी द्वारा सुरक्षा मानकों की अनदेखी किए जाने की शिकायत मिलती रहती है बावजूद संबंधित अधिकारियों द्वारा उनके ऊपर कोई कार्यवाही नहीं की जाती जिससे कंपनी संचालकों द्वारा मानकों की खिलेयाम धज्जियां उड़ाई जा रही है। जिसने कर्मचारियों की आए दिन दुर्घटना में मौत हो जा रही है।
कोरबा एसईसीएल जमुना कोतबा क्षेत्र के रामनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत अमाडांड कोयला खदान में क्रेन से पाइप उतारते समय घटित दुर्घाना में एक कर्मचारी की मौत हो गई थी। कोयला खदानों/ कंपनियों में अक्सर मानकों की अनदेखी का मामला सामने आया है।
दुर्घटना के समय मजदूर बालकरन नापित हेलमेट तक नही लगाया था। जिससे इतना बड़ा हादसा हो गया। मामला संज्ञान में आने के बाद मानवाधिकार सी डब्लू ए के चेयरमैन योगेंद्र कुमार सिंह (योगी) ने प्रकार
कोरबा (छत्तीसगढ़) कंपनियों की लापरवाही का खामियाजा कंपनी में कार्य कर रहे गरीबों को जान गवा कर चुकानी पड़ रही है। कंपनी द्वारा सुरक्षा मानकों की अनदेखी किए जाने की शिकायत मिलती रहती है बावजूद संबंधित अधिकारियों द्वारा उनके ऊपर कोई कार्यवाही नहीं की जाती जिससे कंपनी संचालकों द्वारा मानकों की खिलेयाम धज्जियां उड़ाई जा रही है। जिसने कर्मचारियों की आए दिन दुर्घटना में मौत हो जा रही है।
कोरबा एसईसीएल जमुना कोतबा क्षेत्र के रामनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत अमाडांड कोयला खदान में क्रेन से पाइप उतारते समय घटित दुर्घाना में एक कर्मचारी की मौत हो गई थी। कोयला खदानों/ कंपनियों में अक्सर मानकों की अनदेखी का मामला सामने आया है।
दुर्घटना के समय मजदूर बालकरन नापित हेलमेट तक नही लगाया था। जिससे इतना बड़ा हादसा हो गया। मामला संज्ञान में आने के बाद मानवाधिकार सी डब्लू ए के चेयरमैन योगेंद्र कुमार सिंह (योगी) ने प्रकार की शिकायत अयोग में भेजकर मृतक के परिवार को उचित मुवावजा दिलाने का अनुरोध किया था।
अयोग के निर्देशानुसार साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड के आमाडांड के सब एरिया मैनेजर दिनांक 07/06/2024 के संचार के माध्यम से रिपोर्ट प्रस्तुत किया कि जिसमे उल्लेख किया था कि 06/08/2023 को लगभग 09:15 बजे क्रेन की सहायता से एमएस पाइप उतारते समय बालकरन नापित कि चोट लगने से मौत हो गई। मामले पर आयोग के संज्ञान लेने के बाद मृतक की पत्नी सुशीला देवी को एक करोड़ बारह लाख रुपए का आर्थिक सहायता प्रदान की गई।
केस नंबर- 5/33/10/2024 शिकायत अयोग में भेजकर मृतक के परिवार को उचित मुवावजा दिलाने का अनुरोध किया था।
कोरबा (छत्तीसगढ़) कंपनियों की लापरवाही का खामियाजा कंपनी में कार्य कर रहे गरीबों को जान गवा कर चुकानी पड़ रही है। कंपनी द्वारा सुरक्षा मानकों की अनदेखी किए जाने की शिकायत मिलती रहती है बावजूद संबंधित अधिकारियों द्वारा उनके ऊपर कोई कार्यवाही नहीं की जाती जिससे कंपनी संचालकों द्वारा मानकों की खिलेयाम धज्जियां उड़ाई जा रही है। जिसने कर्मचारियों की आए दिन दुर्घटना में मौत हो जा रही है।
कोरबा एसईसीएल जमुना कोतबा क्षेत्र के रामनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत अमाडांड कोयला खदान में क्रेन से पाइप उतारते समय घटित दुर्घाना में एक कर्मचारी की मौत हो गई थी। कोयला खदानों/ कंपनियों में अक्सर मानकों की अनदेखी का मामला सामने आया है।
दुर्घटना के समय मजदूर बालकरन नापित हेलमेट तक नही लगाया था। जिससे इतना बड़ा हादसा हो गया। मामला संज्ञान में आने के बाद मानवाधिकार सी डब्लू ए के चेयरमैन योगेंद्र कुमार सिंह (योगी) ने प्रकार की शिकायत अयोग में भेजकर मृतक के परिवार को उचित मुवावजा दिलाने का अनुरोध किया था।
अयोग के निर्देशानुसार साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड के आमाडांड के सब एरिया मैनेजर दिनांक 07/06/2024 के संचार के माध्यम से रिपोर्ट प्रस्तुत किया कि जिसमे उल्लेख किया था कि 06/08/2023 को लगभग 09:15 बजे क्रेन की सहायता से एमएस पाइप उतारते समय बालकरन नापित कि चोट लगने से मौत हो गई। मामले पर आयोग के संज्ञान लेने के बाद मृतक की पत्नी सुशीला देवी को एक करोड़ बारह लाख रुपए का आर्थिक सहायता प्रदान की गई।
केस नंबर- 5/33/10/2024 शिकायत अयोग में भेजकर मृतक के परिवार को उचित मुवावजा दिलाने का अनुरोध किया था।
अयोग के निर्देशानुसार साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड के आमाडांड के सब एरिया मैनेजर दिनांक 07/06/2024 के संचार के माध्यम से रिपोर्ट प्रस्तुत किया कि जिसमे उल्लेख किया था कि 06/08/2023 को लगभग 09:15 बजे क्रेन की सहायता से एमएस पाइप उतारते समय बालकरन नापित कि चोट लगने से मौत हो गई। मामले पर आयोग के संज्ञान लेने के बाद मृतक की पत्नी सुशीला देवी को एक करोड़ बारह लाख रुपए का आर्थिक सहायता प्रदान की गई।
केस नंबर- 5/33/10/2024