मानवता को शर्मशार कर देने वाली घटना पर NHRC सख्त, आयोग की टीम करेगी जांच



कर्नाटक (दक्षिण कन्नड़) 

दक्षिण कन्नड़ जिले के धर्मस्थल से एक दिल को दहला देने वाली खबर सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार धर्मस्थल पर काम करने वाले एक पूर्व सफाई कर्मचारी ने 11जुलाई को भारतीय सुरक्षा नागरिक संहिता (बीएनएसएस) की धारा 183 के तहत बेल्टांगी के एक अदालत में हाथ में एक मानव कंकाल लेकर उपस्थित हुआ और गवाही दी जो की पुरे घटना को लेकर सोचने पर मजबूर कर देगी। 

दरसल सफाई कर्मी द्वारा बताया गया की 16 वर्षों को अवधि में अनगिनत महिलाओं और बच्चों पर क्रूरतापूर्वक हमला किया गया,उनकी हत्या किया गया और उन्हें सामूहिक कब्रों में दफनाया गया, और एक सफाई कर्मचारी होने के नाते, उसे यह करने के लिए मजबूर किया गया। 

डर की वजह से साध रखी थी चुप्पी

घटना की जानकारी देते हुए सफाई कर्मचारी ने कहा कि उसे लंबे समय से परिणामों के डर से शिकायत दर्ज कराने से डर लग रहा था। दशकों से से पीड़ितों की कोई सुनवाई नहीं हुई है, वे न केवल न्याय की , बल्कि स्वीकृति की भी प्रतिक्षा कर रहे है।

सी डब्लू ए ने आयोग में की थी शिकायत
घटना की शिकायत मानवाधिकार सी डब्लू ए ने आयोग में भेजकर निष्पक्ष जांच कराने की मांग की थी। जिस पर आयोग ने सख्त एक्शन लेते हुए आयोग की टीम से जांच कराने का सख्त निर्देश दिया है।
आयोग ने दिया जांच का आदेश, दो सप्ताह में मांगी रिपोर्ट

आयोग ने इस चौंकाने वाली खबर की सावधानी पूर्वक जांच की है, आयोग ने कहा है कि घटना यदि सत्य है तो मानवाधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा है। आयोग ने दिल दहला देने वाली घटना का संज्ञान लेते हुए आयोग के जांच प्रभाग को निर्देश दिया कि वह एक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और दो पुलिस उपाधीक्षक (जिनमें एक महिला होगी) की टीम गठित कर घटना स्थल का दौरा करे, और मौके पर जांच करे एवं स्थानीय पुलिस से जानकारी प्राप्त करते हुए दो सप्ताह के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करे।।